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मेरी फसल मेरा ब्यौरा योजना
वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य पूरा करने के उद्देश्य से केंद्र सरकार द्वारा विभिन्न प्रकार की योजनाएं चलाई जा रही हैं, ताकि उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो सके। पिछले कुछ वर्षों में किसानों को लाभ पहुँचाने वाली योजनाओं से उन्हें काफी सहायता हुई है। इससे हम कह सकते हैं कि केंद्र सरकार अपने लक्ष्यों की पूर्ति के लिए गति से आगे बढ़ रही है। इस लक्ष्य की पूर्ति के लिए राज्य सरकारें भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।
इसी क्रम में हाल ही में हरियाणा राज्य सरकार ने ‘मेरी फसल मेरा ब्यौरा’ का शुभारंभ किया है। इस योजना के तहत हरियाणा सरकार ने एक ऐसा पोर्टल बनाया है, जिसके माध्यम से सभी किसान एक ही स्थान पर विभिन्न प्रकार की योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं। ‘मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल रजिस्ट्रेशन, मेरी फसल मेरा ब्यौरा हरियाणा – लॉगिन (fasal.haryana.gov.in)’ के बारे में पूरी जानकारी यहाँ उपलब्ध है।
मेरी फसल मेरा ब्यौरा योजना क्या है
मेरी फसल मेरा ब्यौरा योजना का संचालन हरियाणा राज्य सरकार द्वारा किया जा रहा है। इस स्कीम के तहत हरियाणा सरकार ने एक पोर्टल तैयार किया है, जिसके माध्यम से राज्य का कोई भी किसान रजिस्ट्रेशन करने के पश्चात सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न प्रकार की योजनाओं का लाभ उठा सकता है। किसानों को इस पोर्टल से जुड़ने के लिए अपनी जमीन से संबंधित जानकारी सरकार को देनी होगी, जिससे सरकार को किसानों की जमीन और उत्पादन की सटीक जानकारी प्राप्त होगी, जिससे सरकार को किसानों की सहायता करने में सहारा मिलेगा।
इस पोर्टल के माध्यम से किसानों को सरकारी सुविधाएं मिलेंगी, साथ ही उनके खेतों में उगने वाली फसलों के उत्पादन में बढ़ोतरी के लिए विभिन्न प्रकार की सुविधाएं भी होंगी। किसानों को प्रति एकड़ के हिसाब से प्रतिमाह एक तय राशि सीधे उनके बैंक खाते में प्रदान की जा रही है। हरियाणा सरकार ने इस पोर्टल पर पंजीकृत किसानों को खेती से संबंधित उपकरण खरीदने पर सब्सिडी देने की घोषणा की है। हरियाणा सरकार किसानों को इस पोर्टल पर पंजीकरण कराने का सुझाव दे रही है।
मेरी फसल मेरा ब्यौरा के तहत खरीफ फसलों का पंजीकरण
खरीफ सीजन शुरू हो गया है। इसे ध्यान में रखते हुए हरियाणा सरकार ने मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर खरीफ फसलों का पंजीकरण शुरू किया है। खरीफ फसलों की खेती करने वाले सभी किसान अपनी फसलों की जानकारी पोर्टल पर दर्ज कर सकते हैं।
इस बार, लगभग बीस से अधिक फसलों का पंजीकरण पोर्टल पर हो रहा है। किसानों को इस पोर्टल पर पंजीकरण करवाने के लिए किसी भी सरकारी कार्यालय में जाने की आवश्यकता नहीं है। वे अपने नजदीकी सामान्य सेवा केंद्र (CSC Centre) पर जाकर पंजीकरण प्रक्रिया पूर्ण कर सकते हैं।
मेरी फसल मेरा ब्यौरा योजना में जुड़ी गई अन्य योजनाएं
हरियाणा राज्य सरकार ने किसानों को योजनाओं से अधिक से अधिक लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से ‘मेरी फसल मेरा ब्यौरा’ योजना में अन्य स्कीमें शामिल की हैं। हाल ही में, ‘मेरा पानी मेरी विरासत’ योजना को इस कार्यक्रम में शामिल किया गया है।
यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि ‘मेरा पानी मेरी विरासत’ योजना को पिछले वर्ष शुरू किया गया था। इस योजना के तहत, वे किसान जो धान की फसलों की जगह कम पानी की खपत करने वाली वैकल्पिक फसलों का उत्पादन करते हैं, उन्हें प्रति एकड़ की दर पर 7,000 रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। सरकार विभिन्न अन्य सरकारी योजनाओं को भी इस पहल में शामिल करने की विचारधारा में है।
किसानों के लिए ऑनलाइन भुगतान और समय सूची तैयार करने की सुविधा
हरियाणा राज्य के किसानों को जो अपनी गेहूं फसल को सरकारी मंडियों के माध्यम से बेचना चाहते हैं, उन्हें मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर टाइम स्केड्यूलिंग की सुविधा मिली है। इसका मतलब है कि किसान अब मंडी में फसल बेचने की तिथि को अपनी पसंद के अनुसार चुन सकता है।
यदि किसानों को फसल बेचने के बाद सही समय पर भुगतान नहीं मिलता है, तो उन्हें 9 प्रतिशत ब्याज के साथ भुगतान करना होगा। हालांकि सरकार ने यह निर्देश दिया है कि किसानों को फसल बेचने के 40 से 72 घंटे के भीतर भुगतान करना होगा।
किसानों की मदद के लिए कॉल सेंटर की सुविधा\
किसानों को आने वाली विभिन्न समस्याओं का तत्काल समाधान के लिए कॉल सेंटर स्थापित किया जा रहा है। इसके साथ ही, किसानों को फसलों का भुगतान होने पर उन्हें एसएमएस के माध्यम से इसकी जानकारी मिलेगी।
यदि किसानों को फसलों के भुगतान से संबंधित कोई समस्या होती है, तो वे इसके लिए खाद्य नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामले विभाग द्वारा स्थापित किए गए कॉल सेंटर से सहायता प्राप्त कर सकते हैं।
मेरी फसल मेरा ब्यौरा योजना से लाभ
मेरी फसल मेरा ब्यौरा योजना के पोर्टल के माध्यम से किसानों को सरकारी सुविधाओं की जानकारी और समस्याओं के निराकरण की सुविधा मिलती है। इस योजना के अंतर्गत, प्राकृतिक आपदाओं के कारण होने वाली फसलों की क्षति पर किसानों को मुआवजा मिलता है।
इस पोर्टल के माध्यम से किसानों को खाद, बीज, ऋण और कृषि यंत्रों पर मिलने वाली सब्सिडी की जानकारी सही समय पर मिलती है। किसानों को सरकारी मंडी में फसल बेचने पर 24 से 72 घंटे के भीतर भुगतान होता है। अगर किसानों का फसल बुआई के समय से भुगतान नहीं होता है, तो उन्हें 9 प्रतिशत ब्याज देना होता है।
मेरी फसल मेरा ब्यौरा योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज़
- आवेदक का आधार कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- पहचान पत्र
- मोबाइल नंबर
- ज़मीन के कागजात
- पासपोर्ट साइज फोटो
- बैंक पासबुक की छाया प्रति
मेरी फसल मेरा ब्यौरा योजना ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया
1. योजना की आधिकारिक वेबसाइट http://fasal.haryana.gov.in/ पर जाएं।
2. ‘किसान अनुभाग’ पर क्लिक करें।
3. आपके सामने एक नया पेज खुलेगा, जिसमें ‘किसान पंजीकरण’ का विकल्प होगा।
4. अपना मोबाइल नंबर और कैप्चा दर्ज करें, फिर आए ओटीपी को दर्ज कर ‘लॉग इन’ पर क्लिक करें।
5. रजिस्ट्रेशन फॉर्म चार चरणों में आएगा, जिसमें किसान का पंजीकरण, फसल से संबंधित विवरण, बैंक विवरण, और मंडी या आढ़ती से संबंधित विवरण होगा।
6. सभी जानकारी भरने के बाद, ‘सबमिट’ पर क्लिक करें।
आवेदन फॉर्म को कैसे प्रिंट करें
1. आवेदन फॉर्म को प्रिंट करने के लिए ऑफिसियल वेबसाइट http://fasal.haryana.gov.in/ पर जाएं।
2. ‘किसान अनुभाग’ में ‘पंजीकरण प्रिंट’ का लिंक दिखाई देगा, इस पर क्लिक करें।
3. एक नया पेज खुलेगा, जहां आपको पूछी गई जानकारी भरने और ‘प्रिंट करें’ पर क्लिक करने के बाद आप अपने आवेदन फॉर्म का प्रिंट निकाल सकेंगे।
मंडी सचिव लॉग इन प्रक्रिया (मंडी सचिव लॉगिन प्रक्रिया)
मंडी सचिव लॉग इन करने के लिए आपको सबसे पहले मेरी फसल, मेरा ब्यौरा की आधिकारिक वेबसाइट https://fasal.haryana.gov.in/ पर जाना होगा। होम पेज पर आपको मंडी सचिव लॉगिन का ऑप्शन दिखेगा, जिस पर क्लिक करना होगा।
अब एक नया पृष्ठ खुलेगा, जहां आपको अपने जिले और मंडी केंद्र का चयन करना होगा। फिर आपको अपना पंजीकृत मोबाइल नंबर डालकर ‘दर्ज करें’ पर क्लिक करना होगा। इस प्रकार आप मंडी सचिव लॉग इन कर सकते हैं।
सीमांत किसान पंजीकरण – केवल धान के लिए (मार्जिनल फार्मर रजिस्ट्रेशन)
सबसे पहले आपको ऑफिसियल वेबसाइट पर https://fasal.haryana.gov.in/ जाना होगा। होम पेज पर ‘किसान अनुभाग’ में आपको सीमांत किसान पंजीकरण (केवल धान के लिए) का ऑप्शन दिखेगा, जिस पर क्लिक करना होगा।
एक नया पृष्ठ ओपन होगा, जिसमें आपको अपना पंजीकृत मोबाइल नंबर दर्ज करने के बाद ‘जारी रखें’ पर क्लिक करना होगा। उसके बाद एक फॉर्म ओपन होगा, जिसमें सभी आवश्यक जानकारी भरकर ‘सबमिट’ पर क्लिक करें।
फसल को मंडी ले जाने के लिए अनुमादित सप्ताह का चयन
पहले योजना की आधिकारिक वेबसाइट https://fasal.haryana.gov.in/ पर जाएं। होम पेज पर आपको मंडी में फसल लाने के लिए अनुमादित सप्ताह का चयन करने का विकल्प दिखेगा, जिस पर क्लिक करें।
नए पृष्ठ पर आपको अपना पंजीकृत मोबाइल नंबर और कैप्चा कोड दर्ज करने के बाद ‘जारी रखें’ पर क्लिक करना होगा। फिर आपके सामने मंडी में फसल लाने के लिए अनुमादित सप्ताह आ जाएगा, जिसमें आप अपनी पसंद के अनुसार चयन कर सकते हैं।
बैंक से संबंधित विवरण कैसे बदलें
पहले योजना की अधिकारिक वेबसाइट https://fasal.haryana.gov.in/ पर जाएं।
होम पेज पर आपको ‘बैंक का विवरण बदलें’ का ऑप्शन दिखेगा, जिस पर क्लिक करना होगा। इसके बाद आपको अपना पंजीकृत मोबाइल नंबर दर्ज करने के बाद कैप्चा कोड डालकर ‘जारी रखें’ पर क्लिक करना होगा। अब आपके सामने बैंक विवरण आएगा, जहां आप अपनी जानकारी को संशोधित कर सकते हैं।
गेट पास डेट चेंज करने का तरीका
सबसे पहले योजना की आधिकारिक वेबसाइट https://fasal.haryana.gov.in/ पर जाएं।
होम पेज पर ‘किसान अनुभाग’ पर क्लिक करने के बाद ‘गेट पास की तिथि बदलें’ पर क्लिक करें। उसके बाद आपको अपना पंजीकृत या रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर और कैप्चा कोड दर्ज करने के बाद ‘जारी रखें’ पर क्लिक करना होगा।
फिर आपके सामने एक नई विंडो ओपन होगी, जहां आप गेट पास की तिथि संशोधित कर सकते हैं, यहां आप अपनी सुविधा के अनुसार गेट पास की तिथि संशोधित कर सकते हैं।
मेरी फसल मेरा ब्यौरा योजना टोल फ्री, हेल्पलाइन नंबर
हरियाणा राज्य सरकार ने ‘मेरी फसल मेरा ब्यौरा योजना’ शुरू करने के साथ ही किसानों को किसी भी प्रकार की असुविधा से बचने के लिए टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है। यदि किसी किसान को इस योजना के तहत किसी भी प्रकार की समस्या आ रही है, तो वह निम्नलिखित हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करके अपनी समस्या का निराकरण प्राप्त कर सकते हैं:
- टोल फ्री नंबर: 18001802060, 18001802117
- ईमेल आईडी: hsamb.helpdesk@gmail.com